Camel Yojana: घर में ऊंट है तो मिलेंगे 10,000 रुपए | ऐसे करें आवेदन | ऊंट योजना

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घर में ऊंट है तो मिलेंगे 10,000 रुपए | ऐसे करें आवेदन

ऊंट रखने वाले को मिलेंगे 10,000 रुपए – Camel Yojana Rajasthan

राजस्थान के जैसलमेर जिले कि पहचान ऊंटाें की नगरी के रूप में कि जाती है लेकिन अब ऊँटो कि जनसख्या धीरे धीरे कम हो रही है इसे रोकने के लिए राजस्थान सरकार ने द्वारा 2014 में ऊंट को राज्य पशु का दर्जा भी दिया गया था. लेकिन इसके बाद भी ऊंट पालन में कमी आ रही है और दिल्ली में आयोजित गणतंत्र व स्वतंत्रता दिवस पर राजस्थान का प्रतिनिधित्व करने वाले ऊंटों को लेकर केंद्र व राज्य सरकार सजग नहीं है

इसी कारण से राजस्थान सरकार द्वारा ऊंट योजना (राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत उष्ट्र विकास योजना) को वर्ष 2016 में लागू की गई थी. जिसमे किसान या अन्य ऊंट पालक को 10,000 रूपये कि राशी ऊंट पर देने कि घोषणा कि गई थी लेकिन यह राशी ऊंटों की संख्या बढ़ाने के लिए टोडिए के जन्म पर सरकार द्वारा ऊंट पालक को तीन किश्तों में 10,000 हजार रूपए दिए जाते है.

ऊंट पर कैसे मिलेंगे 10,000 रुपए – Camel Yojana 2022

ऊंट कि जनसख्या को बढ़ाने के उदेश्य से ऊंट पलने वाले किसानो को ऊंट पर 10,000 हजार रूपये कि राशी तीन किस्तों में मिल रही है जिसमे किसानो को पहले टोडिए के जन्म पर 3 हजार रूपए, 9 महीने बाद 3 हजार रूपए तथा तीसरी व लास्ट क़िस्त में 4,000 हजार रूपए टोडिए के 18 महीने के होने पर दिए जाते है लेकिन अभी इस वित्तीय वर्ष के शुरू होने के साथ ही योजना को अस्थाई रूप से बंद कर दिया गया है.

अभी सरकार द्वारा शुरू कि गई ऊंट पालन योजना में डेढ़ साल पहले हुई बंद कर दी गई थी जिसके कारण से ऊंट पालकों के करीब 5.5 करोड़ रुपए सरकार में बकाया है. क्योकि राजस्थान सरकार द्वारा ऊंट कि जनसख्या को बढ़ाने के उदेश्य से शुरू कि गई ऊंट पालन योजना 2022 में जैसलमेर के ऊंट पालकों की दूसरी व तीसरी किश्त बकाया होने के चलते पशुपालन विभाग द्वारा करीब 5.5 करोड़ रूपए अभी तक जारी किए जाने बाकी है.

कब मिलेगा ऊंट पालन योजना में दूसरी व तीसरी क़िस्त का पैसा – Camel

सरकार द्वरा शुरू इस ऊंट पालन योजना राजस्थान के अंतर्गत अभी जैसलमेर में 2016-17 में 1700, 2018-19 में 3500 व 2018-19 में 6150 आवेदन प्राप्त हुए है. जिसमे योजना के तहत आवेदन करने वाले ऊंट पालकों को अभी तक एक क़िस्त का लाभ मिला है जिसके कारण से ऊंट पालकों की दूसरी व तीसरी किश्त बकाया होने के चलते पशुपालन विभाग द्वारा करीब 5.5 करोड़ रूपए अभी तक जारी किए जाने बाकी है.

इसके लिए योजना के अंतर्गत लाभार्थियों द्वारा सरकार से ऊंट पालन योजना में दूसरी व तीसरी क़िस्त का पैसा भेजने कि मांग कि है. लेकिन सरकार द्वारा मार्च 2019 के बाद से उष्ट्र विकास योजना के तहत नए आवेदन लेने से इन्कार कर दिया गया है. लेकिन योजना के तहत आवेदन करने वाले पशुपालकों की पुरानी किश्ते भी बकाया है. और उन्हें सरकार जल्द भुगतान कर सकती है. लेकिन इसके बारे में अभी तक विभाग द्वारा कोई जानकारी नही दी गई है.

धीरे धीरे कम घटने लगी है ऊंटों की जनसख्या – Unt Yojana Rajasthan

राजस्थान सरकार द्वारा शुरू कि गई ऊंट पालन के लिए उष्ट्र विकास योजना के लिए आवेदन पत्र बंद करने के बाद से पशुपालको द्वारा ऊंट पालन पर इतना ध्यान नही दिया जा रहा है जिसमे एक कारण यह भी है कि पहले आवागमन के साथ ही ऊंटों का उपयोग खेती में भी लिया जाता था लेकिन आज के युग में नई तकनीक की मशीनें आने तथा आवागमन के कई साधन होने के कारण ऊंटों का महत्व कम हो गया है.

जिसे रोजने के लिए शुरू कि गई योजना को भी बंद कर दिया गया है और जिन किसानो ने योजना में आवेदन किया था उन्हें अभी तक पहली और दूसरी क़िस्त का पैसा नही मिलना एक बड़ा कारण हो सकता है. इसी वजह से राजस्थान में रेगिस्तान की शान ऊंटों कि सख्या दिनभर कम हो रही है इसे रोकने के लिए सरकार से पशु पलकों द्वारा दोबारा डिमांड कि गई है.

ऊंट पालन योजना में आवेदन कैसे करें – Camel Yojana Rajasthan

  • आपको ऊंट पालन योजना के अंतर्गत आवेदन करने के लिए सबसे पहले पशुधन विकास व पशुपालन विभाग के कार्यालय में जाना है.
  • यह से आपको उष्ट्र विकास योजना हेतु आवेदन फॉर्म लेना है इसके बाद आपको आवेदन फॉर्म में मांगी गई सभी जानकारी को सही से भरना है.
  • फॉर्म मे जानकारी को भरने के बाद आवश्यक दस्तावेज कि फोटो कोप़ी को फॉर्म के साथ में अटेच करना है.
  • लेकिन आपको फॉर्म भरने के बाद एक बार पुन जाँच कर लेनी है.
  • इसके बाद आपको भरे हुए आवेदन फॉर्म को अपने जिले के नजदीकी पशुधन विकास व पशुपालन विभाग के कार्यालय में जाकर के जमा करा देना है.
  • इसके बाद अगर आप उष्ट्र विकास योजना हेतु पात्र होते है तो आपको ऊंट योजना के अंतर्गत 10,000 हजार रूपये कि राशी तीन किस्तों में मिल जाएगी.
  • और आप इस तरह से ऊंट योजना राजस्थान के लिए पंजीकरण कर सकते है.

ऊंट पालन योजना के बारे में वीडियो

प्रशन:- ऊंट पालकों के लिए सरकारी योजना क्या है?

Ans:- राजस्थान के ऊंट पालकों के लिए उष्ट्र विकास योजना कि शुरुआत कि गई है जिसमे ऊंट पालकों 10,000 मिलते है. लेकिन यह 10,000 रुपए कि धनराशी लाभार्थी को तीन अलग अलग किस्तों में मिलती है.

प्रशन:- ऊंट योजना क्या है?

Ans:- जैसलमेर जिले कि पहचान ऊंटाें की नगरी के रूप में कि जाती है लेकिन अब ऊँटो कि जनसख्या धीरे धीरे कम हो रही है इसे रोकने के लिए ऊंट पालकों को ऊंटों की संख्या बढ़ाने के लिए टोडिए के जन्म पर सरकार द्वारा ऊंट पालक को तीन किश्तों में 10,000 हजार रूपए दिए जाते है.

प्रशन:- ऊंट योजना में कितना पैसा मिलता है?

Ans:- राजस्थान सरकार द्वारा ऊंट योजना (राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत उष्ट्र विकास योजना) को वर्ष 2016 में लागू की गई थी. जिसमे किसान या अन्य ऊंट पालक को 10,000 रूपये कि राशी ऊंट पर देने कि घोषणा कि गई थी लेकिन यह राशी ऊंटों की संख्या बढ़ाने के लिए टोडिए के जन्म पर सरकार द्वारा ऊंट पालक को तीन किश्तों में 10,000 हजार रूपए दिए जाते है.

आपको इस आर्टिकल में उष्ट्र विकास योजना हेतु आवेदन करने व योजना के तहत ऊंट पर मिलने वाली 10,000 रूपये कि धनराशी के बारे में जानकारी को बताया गया है जिससे आप आसानी से ऊंट पर 10,000 ले सकते है अगर आपको इस आर्टिकल में दी गई जानकारी अच्छी लगी है तो इस पोस्ट को अपने सभी दोस्तों के साथ जरुर शेयर करें.

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