पंडित दीनदयाल उपाध्याय गरीबी मुक्त गांव योजना शुरू, 5 हजार गांवों के BPL परिवारों को मिलेगा लाभ
Pandit Deendayal Upadhyaya Garibi Mukt Gaon Yojana - राजस्थान सरकार ने गरीबी उन्मूलन की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए पंडित दीनदयाल उपाध्याय गरीबी मुक्त गांव योजना 2025 की शुरुआत की है। इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों के बीपीएल (Below Poverty Line) परिवारों को मुख्यधारा में लाकर उन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना है। यह योजना “हर घर खुशहाली” के मिशन को साकार करने की दिशा में एक क्रांतिकारी पहल है।

मुख्यमंत्री ने की बैठक, योजना की तैयारियों पर चर्चा
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने हाल ही में अपने सरकारी निवास पर योजना की तैयारियों को लेकर एक अहम बैठक की। इस बैठक में मुख्य सचिव सुधांश पंत समेत संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक का मुख्य उद्देश्य था 24 जून से 9 जुलाई तक मनाए जाने वाले पंडित दीनदयाल उपाध्याय अन्त्योदय सम्बल पखवाड़े की प्रभावी रूपरेखा तैयार करना।
पंडित दीनदयाल उपाध्याय गरीबी मुक्त गांव योजना की प्रमुख विशेषताएं
Pandit Deendayal Upadhyaya Garibi Mukt Gaon Yojana 2025 की सबसे महत्वपूर्ण बातें निम्नलिखित हैं:
विशेषता | विवरण |
---|---|
योजना का नाम | पंडित दीनदयाल उपाध्याय गरीबी मुक्त गांव योजना 2025 |
शुरुआत | वर्ष 2025 में |
राज्य | राजस्थान |
लाभार्थी | बीपीएल परिवार |
प्रथम चरण का लक्ष्य | 5,000 गांव |
उद्देश्य | गरीबी रेखा से ऊपर उठाना, जीवन स्तर में सुधार लाना |
संबद्ध योजनाएं | प्रधानमंत्री आवास योजना, महिला सशक्तिकरण, किसान कल्याण योजना आदि |
पहला चरण: 5000 गांवों का चयन
इस योजना के पहले चरण में राजस्थान के 5,000 गांवों का चयन किया गया है। इन गांवों में मौजूद सभी बीपीएल परिवारों को चिन्हित कर उन्हें विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिया जाएगा।
सरकार का उद्देश्य: “हर घर खुशहाली”
मुख्यमंत्री ने अपने वक्तव्य में स्पष्ट किया कि यह योजना महज एक सरकारी कार्यक्रम नहीं बल्कि हर घर में खुशहाली लाने का एक संकल्प है। इसके अंतर्गत राज्य सरकार निम्नलिखित क्षेत्रों में विशेष रूप से ध्यान देगी:
आवास की सुविधा: प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्के घर।
स्वास्थ्य सेवाएं: मुफ्त दवाइयां, चिकित्सा शिविर और बीमा।
शिक्षा: बच्चों के लिए मुफ्त शिक्षा और छात्रवृत्तियां।
रोजगार: स्वरोजगार योजनाएं और कौशल विकास कार्यक्रम।
महिला सशक्तिकरण: स्वयं सहायता समूह और लघु ऋण योजनाएं।
पखवाड़े के रूप में विशेष आयोजन
राज्य सरकार 24 जून से 9 जुलाई तक पंडित दीनदयाल उपाध्याय अन्त्योदय सम्बल पखवाड़ा मनाएगी, जिसके दौरान विभिन्न योजनाओं की जमीनी क्रियान्वयन की समीक्षा की जाएगी और आमजन तक योजनाओं की जानकारी पहुंचाई जाएगी। इस दौरान अधिकारियों द्वारा गांव-गांव जाकर लाभार्थियों से सीधे संवाद भी किया जाएगा।
वंदे गंगा अभियान: जल संरक्षण को नया आयाम
मुख्यमंत्री ने ‘वंदे गंगा’ अभियान का भी उल्लेख किया। यह एक जनआंदोलन के रूप में 5 जून को शुरू किया गया, जिसमें अब तक राज्यभर में 1 लाख से अधिक जल संरक्षण गतिविधियां आयोजित की जा चुकी हैं। यह पहल ग्रामीण भारत के जल संकट को दूर करने और सतत विकास के लिए आवश्यक है।
सरकार का संकल्प: युवा, महिला, किसान और गरीबों के लिए समर्पित कार्य
मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि राज्य सरकार युवाओं, महिलाओं, किसानों और गरीबों के उत्थान के लिए पूर्णतः समर्पित है। इस योजना के अंतर्गत हर वर्ग को मुख्यधारा से जोड़ा जाएगा और समाज के अंतिम व्यक्ति तक सरकारी सुविधाओं की पहुंच सुनिश्चित की जाएगी।
इस योजना से जुड़ने के लाभ
✅ लाभार्थियों को मिलने वाले लाभ:
पक्का आवास
मुफ्त स्वास्थ्य सेवाएं
शिक्षा व छात्रवृत्ति
कौशल प्रशिक्षण
स्वरोजगार ऋण
महिलाओं के लिए स्वयं सहायता समूह
सारांश
पंडित दीनदयाल उपाध्याय गरीबी मुक्त गांव योजना 2025 न केवल एक कल्याणकारी योजना है बल्कि यह राजस्थान को गरीबी मुक्त और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में उठाया गया एक साहसिक कदम है। सरकार की यह पहल "सबका साथ, सबका विकास" की भावना को सच्चे अर्थों में आगे बढ़ा रही है। यदि यह योजना सफल होती है, तो यह न केवल राजस्थान बल्कि पूरे देश के लिए एक आदर्श मॉडल बन सकती है।
क्या आप इस योजना से संबंधित ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया, पात्रता मापदंड या लाभार्थी सूची के बारे में अधिक जानना चाहते हैं? तो कमेंट में जरूर बताएं, हम अगली पोस्ट में वह भी शामिल करेंगे।